हेल्लो दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपके लिए लालची कुत्ते की कहानी (Greedy Dog story) लाये है। हमने कहानी के अंत में इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है, इसके बारे में भी बताया है। मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको ये कहानी पसंद आएगी।
कहानी शीर्षक – लालची कुत्ता
एक बार की बात है। एक गांव में एक कुत्ता रहता था। वो बहुत ही लालची था। इसलिए वो हमेशा इधर उधर खाने की तलाश में घूमता रहता था। उसका रोज का यही काम रहता था। वो दिन भर खाने की तलाश में रहता था, उसका पेट कभी भरता ही नही था।
एक दिन की बात है, वो हमेशा की तरह ही भोजन
की तलाश में इधर उधर भटक रहा था। लेकिन उसे कहीं भी कुछ भी खाने के लिए नही मिल
रहा था।
बहुत देर तक भोजन की तलाश में
भटकने के बाद उसको एक होटल के पास एक छोटा मांस का टुकड़ा मिल गया। उसने मांस के
टुकड़े को मुँह से उठा लिया और उसने सोचा एकांत में खाऊंगा। इसलिए वो शहर से जंगल
की तरफ जाने लगा।
वो लालची कुत्ता किसी एकांत जगह की तलाश में जा रहा था। रास्ते में उसे एक नदी मिली। नदी के किनारे से गुजरने पर पानी में उसे अपनी परछाईं दिखाई दी। वो समझ नही पाया कि ये उसकी परछाईं है। उसे लगा ये कोई दूसरा कुत्ता है जिसके पास भी एक मांस का टुकड़ा है।
लालची कुत्ते के मन में विचार आया, क्यों न मैं इसका मांस का टुकड़ा भी छीन लूँ। अगर इस कुत्ते का मांस का टुकड़ा मुझे मिल जाए, तो खाने में दोगुना मज़ा आ जाए और मेरा पेट भी भर जाए।
लालची कुत्ते ने पहले तो अपनी परछाईं
से गुर्राया, अपनी ही आवाज़ सुनकर उसे लगा दूसरा कुत्ता भी उसे डराने के लिए
गुर्रा रहा है। लालची कुत्ते को गुस्सा आ गया। उसने पानी में परछाईं की तरफ देखकर
खूब तेजी से भौंका, जैसे ही उसने भौंकने के लिए मुँह खोला उसके मुँह से मांस का टुकड़ा
पानी में गिर गया।
मांस का टुकड़ा पानी में गिरने के
बाद पानी में देखने के बाद उसकी परछाईं के पास भी मांस का टुकड़ा नही था। इससे
लालची कुत्ते को अपनी मुर्खता का समझ आ गया। उसने ज्यादा मांस के चक्कर में उसे भी
गवां दिया। जो उसके पास था।
कहानी से शिक्षा Moral
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती
है कि लालच बुरी बला है। हमें कभी किसी चीज़ का लालच नही करना चाहिए। क्योंकि कई
बार हम ज्यादा के चक्कर में वो भी खो देते है, जो हमारे पास होता है।